उपन्यास >> आखिरी आवाज आखिरी आवाजरांगेय राघव
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रांगेय राघव का एक उत्कृष्ट उपन्यास...
रांगेय राघव को हिन्दी साहित्य का शिरोमणि कहा जाय तो अतिश्योक्ति न होगी। उन्होंने साहित्य की विविध विधाओं के लिए अमूल्य योगदान दिया। कविता, कहानी, नाटक, उपन्यास, आलोचना तथा इतिहास आदि से सम्बद्ध उनेक बहुमूल्य रचनाएँ लिखीं।
अपने उपन्यास ‘आखिरी आवाज़’ में उन्होंने समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार, घूसखोरी की कलई खोली है। सरल और सहज शैली में लिखा उनका यह उपन्यास पाठक का भरपूर मनोरंजन करता है।
अपने उपन्यास ‘आखिरी आवाज़’ में उन्होंने समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार, घूसखोरी की कलई खोली है। सरल और सहज शैली में लिखा उनका यह उपन्यास पाठक का भरपूर मनोरंजन करता है।
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